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थप्पड़ की गूंज ने पकड़ा तूल

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संजय निरुपम की फडणवीस से कड़े एक्शन की मांग
मुंबई.
मुंबई की मीरा रोड पर मराठी नहीं बोल पाने पर एक गुजरात के बिजनेसमैन की पिटाई के मामले ने तूल पकड़ लिया है। एकनाथ शिंदे की पार्टी के नेता संजय निरुपम ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री फडणवीस से कार्रवाई की मांग की है। निरुपम ने कहा है कि कार्रवाई नहीं हुई तो गैर मराठी भारी खतरे में आ जाएंगे। पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पुलिस द्वारा मनसे कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है, तो वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है।

फडणवीस से कड़े एक्शन की मांग
संजय निरुपम ने एक्स पर लिखा था कि महाराष्ट्र में रहनेवाले सभी लोगों को मराठी में संवाद करना चाहिए। यह आग्रह उचित है, परंतु इसके लिए गुंडागर्दी और मारपीट सर्वथा अनुचित है। मुख्यमंत्री और गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ऐसी घटनाओं का संज्ञान लें और सख्त कार्रवाई करें। वरना बीएमसी चुनाव तक मुंबई और आसपास के इलाकों में रहने वाले गरीब और कमजोर गैर मराठी भाषी लोगों की सुरक्षा लगातार खतरे में रहेगी। कृपया इसकी गंभीरता को समझें और कड़ा एक्शन लेने का आदेश जारी करें। इसके बाद सोशल मीडिया पर लोगो ने निरुपम को घेर लिया था। कुछ यूजर्स ने लिखा था कि सत्ताधारी दल के नेता होने के बाद आग्रह तक सीमित मत रहिए। इस मामले में कार्रवाई करवाएं, हालांकि इस मामले के तूल पकड़ने के बाद मीरा भाईंदर पुलिस ने केस दर्ज किया है।

महाराष्ट्र में गरमाया है मराठी मुद्दा
राज्य में यह पूरा मामला ऐसे वक्त पर चर्चा का विषय बना है जब मनसे चीफ और शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे राज्य में हिंदी अनिवार्यता का आदेश वापस होने पर मराठी विजय दिवस मनाने के लिए इकट्ठा हो रहे हैं। दोनों भाईयों ने 5 जुलाई को वर्ली में एक बड़ा कार्यक्रम रखा है। इसके लिए आम लोगों को दोनों भाईयों की तरफ से संयुक्त निमंत्रण भी भेजा गया है। मनसे के द्वारा इससे पहले भी मुंबई में गैर मराठी भाषी लोगों को निशाना बनाया जा चुका है। इस मामले ने ज्यादा तूल पकड़ लिया है। मनसे कार्यकर्ताओं की गुंडई का शिकार बने व्यक्ति के गुजराती होने का दावा किया जा रहा है।

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