पहलगाम हमले पर तीखा हमला
नई दिल्ली.
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमलों पर बांग्लादेश की प्रख्यात लेखिका तस्लीमा नसरीन ने कहा है कि “इस्लाम जब तक अस्तित्व में रहेगा, आतंकवाद तब तक जिंदा रहेगा।”
आतंकवाद पर करार बयान
तस्लीमा नसरीन, जिन्हें उनके विचारों के लिए बांग्लादेश छोड़कर भागना पड़ा था, उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि ‘जब तक इस्लाम रहेगा, आतंकवाद जिंदा रहेगा।’ उन्होंने लिखा है कि “जब तक इस्लाम जीवित रहेगा, गैर-मुसलमानों को कोई सुरक्षा नहीं मिलेगी, स्वतंत्र विचारकों और तर्कवादियों को कोई सुरक्षा नहीं मिलेगी, महिलाओं को कोई सुरक्षा नहीं मिलेगी। जब तक इस्लाम जीवित रहेगा, फूल मुरझाते रहेंगे, बच्चे मरते रहेंगे, लाखों मरे हुए कबूतर बारिश की तरह गिरते रहेंगे।”
इस्लाम की कोख से नफरत पैदा होती रहेगी
तस्लीमा नसरीन ने आगे लिखा है कि “इस्लाम की कोख से नफरत पैदा होती रहेगी, बदसूरत राक्षस पैदा होते रहेंगे। जब तक इस्लाम जीवित रहेगा, कोई भी राज्य, कोई भी राज्य सभ्य नहीं बन पाएगा, दुनिया सभ्य नहीं बन पाएगी।”
पुरुषों को ही बनाया निशाना
26 साल के असावरी जगदाले, जिनके पिता की आतंकवादियों ने हत्या कर दी, उन्होंने बताया है कि बेताब घाटी में ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ घुमने वो अपने परिवार के साथ गये थे। लेकिन यह सिर्फ एक आम हमला नहीं था। असावरी ने कहा कि आतंकवादियों ने “खौस तौर पर पुरुष पर्यटकों को निशाना बनाया और गोली मारने से पहले उनसे धर्म के बारे में पूछा था। उनसे पूछा कि वो हिंदू हैं या मुस्लिम।” उन्होंने कहा कि जो कुछ हुआ है वह पूरी तरह से भयावह था। स्थानीय पुलिस की तरह कपड़े पहने बंदूकधारियों ने इलाके में धावा बोल दिया और हमला किया।