परिजनों ने बचाने की कोशिश की; लेकिन हाथ फिसल गया
नदी में गिरी किशोरी की मदद के लिए परिजन दौड़ पड़े। उन दोनों ने उसका समर्थन करने के लिए अपने हाथ पेश किए लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। हाथ फिसलते ही करंट की चपेट में आ गया। दुर्भाग्य से करंट में गिरे किशोर को तैरना नहीं आता था। इसलिए वह पानी में बह गया। किनारे पर रिश्तेदार होने के बावजूद वे कुछ नहीं कर पाए। परिजन जोर-जोर से चिल्लाए लेकिन कुछ नहीं हुआ। सत्ताईस वर्षीय युवक अपने रिश्तेदारों के सामने नदी में बह गया।
नदी में गड्ढों के कारण किशोर गायब हो गए थे
बालू के बहाव के कारण नदी में बड़ा गड्ढा हो जाने से किशोर चंद पलों में गायब हो गया और पानी में डूब गया।सोमवार की सुबह सीना नदी के तट पर कोहराम मच गया। यहां मोहल्ले के नागरिक भी उमड़ पड़े। किशोरी को बचाने के लिए चिंचोली इंडस्ट्रियल एस्टेट की फायर ब्रिगेड को घटना की सूचना दी गई।
रेस्क्यू टीम ने काफी तलाश की
फायर ब्रिगेड की ओर से किशोरी की तलाश के काफी प्रयास किए गए, लेकिन किशोरी का पता नहीं चल पाया है। करीब तीन घंटे तक तलाश करने की कोशिश की लेकिन किशोर नहीं मिला। आखिरकार खोज अभियान को भी बंद कर दिया गया और किशोरी सादे दृष्टि से सीन नदी में गायब हो गई। अपने चाचा की अस्थियों को दफनाने के लिए नदी में आए एक किशोर को सीना नदी ने निगल लिया।
31 घंटे बाद मिला उसका शव
मंगलवार को पूरे दिन फायर बिग्रेड किशोर वटकर को सीना नदी में तलाश कर रही थी। मंगलवार शाम को उसका शव नदी में एक गड्ढे में मिला। तालुका पुलिस ने तुरंत शव को बाहर निकाला और शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया।
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